अशोक की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें

 अशोक की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें

अथवा एक महान विजेता शासक एवं धार्मिक व्यक्ति के रूप में अशोक का मूल्यांकन करें

उतर- अशोक भारतीय इतिहास का एक आदर्श तथा महान व्यक्तित्व वाला सम्राट था |  

i.अशोक में राज्यअभिषेक के प्रथम 7 वर्ष तक उसमें साम्राज्य विस्तार की भावना रही | वह एक योग्य सेनानायक था | वह एक महान साम्राज्यवादी था | उसका साम्राज्य पूरे अखंड भारत तक फैला परंतु कलिंग युद्ध के बाद उसने युद्ध का सदैव के लिए परित्याग कर दिया | अशोक संभवत एक अद्वितीय सम्राट था जिसने विजय के उपरांत युद्ध नीति का परित्याग किया |

ii.उसने अहिंसा को अपनाया और अपनी हिंसक विधि का परित्याग कर दिया उसका ध्यान सदा अपनी प्रजा के हितों में संलग्न रहने लगा

iii.उसके शासनकाल में जनता का जीवन बहुत सुखमय था क्योकि उसने प्रजा कि भलाई और उनकी नैतिक उथान के लिए बहुत सारे कार्य किए जैसे -

a.उसने सड़कों का निर्माण कराया और इसके दोनों ओर वृक्ष लगाएं एवं कुएं खुदवाए |

b.पशुओं और मनुष्यों के लिए औषधालय का निर्माण करवाया

c.यात्रियों की सुविधा के लिए विश्रामगृह का निर्माण करवाय

d.दानशालाओं की स्थापना की

e.शिक्षा के प्रचार के लिए पाठशाला बनवाई और साहित्य एवं कला को प्रोत्साहन दिया

f.उसके लंबे शासनकाल में पूर्ण शांति थी ना तो कोई विद्रोह हुआ और ना ही कोई विदेशी आक्रमण

iv. बौद्ध धर्म का प्रचार तथा अपनी प्रजा के भौतिक नैतिक अथवा आध्यात्मिक उन्नति के लिए उसने तन मन और धन से कार्य किया | वह बौद्ध धर्म का आश्रय दाता बना एवं उसे भारत के बाहर ले जाकर विश्वव्यापी धर्म का स्थान प्रदान करने का अतुलनीय कार्य किया

 

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