कलिंगा युद्ध का अशोक पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उतर –
1.
अशोक कलिंग पर विजय प्राप्त करना चाहता था | उसने
एक विशाल सेना के साथ उसने कलिंग की ओर प्रस्थान
किया | जिससे भयंकर युद्ध हुआ | रणक्षेत्र में 100000 व्यक्ति मारे गए , 1.5 लाख बंदी हुए तथा
उससे कई गुना अधिक घायल हो गए | बहुत से सैनिक पंगु बन गए
2.
इतना भारी रक्तपात तबाही और बर्बादी से अशोक के हृदय में बड़ा शौक
उत्पन्न हुआ | उसे युद्ध से घृणा हो गई | उसने जीवन भर कभी युद्ध ना करने की प्रतिज्ञा
की | अशोक के 13वें शिलालेख में इस युद्ध का वर्णन मिलता
हैं
3.
एक बौद्ध भिछु की अहिंसात्मक शिक्षा का उस पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा
और वह बौद्ध धर्म का अनुयाई हो गया | बौद्ध धर्म की पुस्तक का उसने गहरा अध्ययन
किया और उसके बाद बौद्ध धर्म को अपना लिया | इस प्रकार कलिंग युद्ध के बाद तलवार सदा
के लिए म्यान में रख दी गई
4.
उसने राज्य विस्तार की नीति का परित्याग कर | उसने
दिग्विजय के स्थान पर अपना लक्ष्य धर्मविजय बनाया
5.
धर्म विजय के अंतर्गत संयम , विचार मे पवित्रता ,दया , दान सत्य ,
सेवा , सहायता , भक्ति पर जोर दिया
6.
उसने अब देवनामप्रिय ( देवता का प्रिय ) और प्रियदर्शी ( देखने मे सुन्दर ) की उपाधि धारण कर ली |
7.
राज्य में युद्धघोष के स्थान पर धर्मघोष कि निति अपनाई |
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