मगध साम्राज्य के शक्तिशाली होने का कारण

 

उन कारणों का उल्लेख कीजिए जिनके कारण मगध छठी शताब्दी ईसा पूर्व में सबसे शक्तिशाली महाजनपद बना |

अथवा छठी शताब्दी ईसा पूर्व से चौथी शताब्दी ईसा पूर्व तक साम्राज्यवादी शक्ति के रूप में मगध के विकास के पांच कारण का विवरण दीजिए |

अथवा मगध साम्राज्य के शक्तिशाली होने के क्या कारण थे ?

उतर - मगध के विकास के निम्नलिखित प्रमुख कारण थे

1.योग्य शासक

मगध महाजनपद में बिंबिसार, अजातशत्रु और महापद्मनंद जैसे कुशल शासकों ने मगध के

उत्थान के लिए भरसक प्रयास किए एवं अपनी कुशलता का परिचय कराते हुए संपूर्ण मगध महाजनपदद का उत्थान कर दिया।

 

2.भौगोलिक स्थिति - मगध की शक्तिशाली होने का प्रमुख कारण उनकी भौगोलिक स्थिति थी | मगध की राजधानी राजगृह/ पाटलिपुत्र का चारों ओर से प्राकृतिक पहाड़ियों से घिरा थी जिसके कारण वह सामरिक दृष्टी से सुरक्षित थी

3.आर्थिक दृष्टी से समृद्ध- मगध साम्राज्य की भूमि अत्यधिक उपजाऊ थी | गंगा तथा उसकी सहायक नदियों से निकटता के कारण आवागमन सस्ता एवं सुलभ था | जिसके कारण आर्थिक दृष्टि से मगध समृद्ध राज्य था ।

4.लोहे की उपलब्धता - मगध साम्राज्य में लौहा बहुतायत और सरलता से मिलता था । मगध की शक्ति का यह महत्वपूर्ण स्त्रोत था । मगध का क्षेत्र लौह उत्पादन का केन्द्र था।लौहे का उपयोग मजबूत युद्ध के शास्रों एवं कृषि उपकरण दोनों में उपयोगी था।  जंगल साफ करके खेती के लिये भूमि निकाली जा सकती थी और उपज बढ़ाई जा सकती थी ।

5.हाथी कि उपलब्धता - मगध क्षेत्र के  घने जंगल में हाथी काफी संख्या में उपलब्ध थि| जिनका युद्ध में काफी महत्व था | इन पर दलदल भूमि मैं  सवारी भि की जा सकती थी | किलो या दुर्गो को ध्वस्त करने में हाथी काफी उपयोगी थे

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