1946 से पूर्व के सांविधानिक प्रयास संविधान सभा के प्रयासों
प्रश्न: स्पष्ट कीजिए कि 1946 से पूर्व के सांविधानिक
प्रयास संविधान सभा के प्रयासों से किस रूप में भिन्न थे।
अथवा, वे कौन सी ऐतिहासिक ताकतें थीं जिन्होंने
संविधान का स्वरूप तय किया?
उत्तर : 1946 ई. से पूर्व सांविधानिक प्रयासों की
मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित थीं -
i.
1909 ई. के सुधारों के अंतर्गत सांप्रदायिक
चुनाव प्रणाली प्रारंभ की गयी जिसके अंतर्गत |
मुसलमान विशेष चुनाव क्षेत्रों से अपने
प्रतिनिधि चुनते थे।
ii) देश में सैद्धांतिक रूप से 935 ई. के कानून के
अंतर्गत उत्तरदायी रकार की स्थापना की गयी.
परंतु व्यवहार में गवर्नर जेनरल को अधिक
शक्तिशाली बनाया गया।
iii) मत देने का अधिकार सीमित था। 1935 ई. में यह केवल 10-15 प्रतिशत था। इस
प्रकार
1946 ई. के पूर्व के सांविधानिक प्रयोग एक प्रतिनिध्यात्मक सरकार की
स्थापना के लिए लगातार की जा
रही माँग के उत्तर में थे। जो भी कानून
(1909-1919 ई. और 1935
ई.) पास किये गये उनमें भारतीयों
की भागीदारी नहीं थी।
इसके विपरीत संविधान सभा के प्रयास
लोगों के प्रतिनिधियों द्वारा देश में एक उत्तरदायी सरकार,
अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा, वयस्क मताधिकार आदि
के पक्ष में थे और बाद में इसे सफलतापूर्वक
अपनाकर लागू किया गया।
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