संथाल विद्रोह, दामिन-इ-कोह

 

प्रश्न : संथाल लोग राजमहल की पहाड़ियों में कैसे पहुँचे?

 

उत्तर : राजमहल पहाड़ी के मूल निवासी 'पहाड़िया जनजाति' कंपनी सरकार के अनुसार खेती-बाड़ी नहीं करते थे। इसलिए उन्होंने उस क्षेत्र के एक बड़े इलाके को 'दामिन-इ-कोह' के रूप में सीमांकित कर संथालों को वहाँ बसाना शुरू कर दिया।

प्रएन : संथाल विद्रोह पर एक संक्षिप्त निबंध लिखें।

अथवा, संथालों ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह क्यो किया?

अथवा, संथाल विद्रोह के कारण और स्वरूप पर प्रकाश डालें।

उत्तर: राजमहल की पहाड़ियों में संधालों का आगमन 800 ई. के आसपास हुआ। कम्पनी सरकार जे आर्थिक लाभ से प्रेरित होकर संथालों को राजमहल की पहाड़ियों में बसने के लिए प्रेरित किया। 1832 तक उस क्षेत्र के एक बड़े इलाके को दाप्तिन-इ-कोह के रूप में सीमांकित कर दिया गया। इसे संथालों की भूमि घोषित कर दिया गया। उन्हें इस इलाके के अन्दर रहना था और हल चलाकर खेती करनी थी और स्थायी किसान बनना था।

 

दामिन-इ-दोह के सीमांकन के पश्चात्‌ संथालों की बस्तियाँ, गाँव और उनकी जनसंख्या में बड़ी तेजी से वृद्धि हुई। संथालों के परिश्रम से खेती का विस्तार होता गया और साथ ही कम्पनी को राजस्व (लगान) के रूप में प्राप्त रकम में भी वृद्धि होती गयी। किन्तु बहुत शीघ्र संथालों को अनेक कठिनाइयों एवं विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा व इन सबने उन्हें ब्रिटिश शासन का विरोधी बना दिया।

i.संथालों ने शीघ्र ही समझ लिया कि उन्होंने जिस भूमि पर खेती प्रारम्भ की थी वह उनके हाथ से निकलती जा रही थी।

(ii) संथालों ने जिस जमीन को साफ करके खेती प्रारम्भ की थी उस पर सरकार

भारी कर लगा रही थी।

(॥) साहूकार बहुत ऊँची दर पर ब्याज लगा रहे थे और कर्ज न अदा किये जाने

को स्थिति में जमीन पर कब्जा कर रहे थे।

(iii) जमींदार लोग दामिनं-इ-कोह क्षेत्र पर अपने नियंत्रण का दावा कर रहे थे।

1850 ६. के दशक तक संथाल लोग अनुभव करने लगे थे कि अपने लिए एक आदर्श संसार का निर्माण करने के लिए जहाँ उनका अपना शासन हो, जमीन्दारों, साहूकारों और औपनिवेशिक राज्य के विरुद्ध विद्रोह का समय अब आ गया है।

प्रएन : 'दामिन-इ-कोह ' क्‍या था?

उत्तर : 1800 ई. के आसपास ईस्ट इंडिया कम्पनी ने अपने आर्थिक स्वार्थों के कारण संथालों को राजमहल की पहाड़ियों के आस-पास बसने के लिए प्रेरित किया। 1832 ई. तक उस क्षेत्र के एक बड़े इलाके को 'दामिन-इ-कोह ' के रूप में सीमांकित कर दिया गया और इसे संथालों की भूमि घोषित कर दिया गया। संथालों को इन्हीं इलाकों में रहना था और खेती करके स्थायी किसान बनना था।

प्रश्न : संथाल विद्रोह के दो मुख्य कारणों का उल्लेख करें।

उत्तर : (1) संथालों द्वारा खेती योग्य बनायी गयी भूमि पर सरकार भारी लगान वसूल कर रही थी।

(2) साहकार लोग ब्याज की ऊँची दर वसूल कर रहे थे और ऋण नहीं अदा करने की स्थिति में जमीन पर कब्जा जमा रहे थे। जमींदार भी 'दामिन-इ-कोह' के क्षेत्र पर अपना दावा पेश कर रहे थे।

प्रश्न : संथाल विद्रोह के दो मुंख्य नायकों का उल्लेख करें।

उत्तर : सिद्धू-कान्हू

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